Gold (सोना) भारत में प्राचीन काल से ही उपयोग में किया जाता रहा है. सोने की शुद्धता को कैरट में मापा जाता है. सोने का इस्तमाल कई अलग-अलग तरह से होता है, जिसकी जैसी डिमांड होती है उसको एसे आकार में गहेना बनाकर दिया जाता है.
आज भी हम को खुदाई के वक्त हमारे पूर्वजो द्वारा जमीन के अन्दर छुपाए गए सोने के चरु मिलते है, जो कई सो साल पुराना होता है तब सवाल आता है की आखिर इतने साल तक सोना बिना जंग खाए कैसे रहेता है? आखिर इसमें एसी कोनसी चीज का इस्तमाल होता है की सोने में जंग नहीं लगती? तो चलिए इस आर्टिकल के माध्यम से जानते है इसके पीछे का वैज्ञानिक कारण की सोने में जंग क्यों नही लगता?
सोना क्या है?What is Gold in Hindi
सोना एक प्रकार का धातु है और तत्व है जो पीले रंग का शुद्ध और चमकदार होता है. यह धातु बहोत ही कीमती और भारत में प्राचीन काल से सिक्के बनाने, आभूषण बनाने एवं धन के संग्रह के लिए प्रयोग किया जाता था. एक समय में भारत को सोने की चिड़िया भी कहा जाता था. सोना ओर कोपर दो एसी धातु है जो सबसे पहेले खोजी गई थी.
सोने में जंग क्यों नहीं लगता?
पीरियोडिक टेबल में सोना सबसे नोबल मेटल है जो रासायनिक रूप से निष्क्रिय है और प्राकुतिक और औद्योगिक वातावरण में इसको जंग नहीं लगता क्यूंकि सोना वातावरण में ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया नहीं करता है और यह धातू विकृत भी नही होती है जिसके कारन इसके ऊपर परत भी नहीं बनती है जैसे लोहे में बन जाती है. इसी वजह से सोने में जंग नहीं लगती है.
आयुर्वेद के अनुसार सोना बल और रोगप्रतिकारक क्षमता बढ़ाने में मददगार साबित होता है. सोना ओक्साइड नहीं बनाता है क्यूंकि यह कमसे कम प्रतिक्रियाशील धातु है. इसको जमीन से अपने शुद्ध रूप में निकाला जाता है जबकि अन्य धातुओ को अपने अयस्क से धातु निकालने के लिए महंगी औद्योगिक प्रकियाओ से गुजरना पड़ता है.
यदि गहने में सोने की कैरट अधिक है तो, आभूषण कमजोर होने की संभावनाए कम हो ज़ाती है. अब सवाल आता है की सोने में कैरट को कैसे मापा जाता है? सोने की शुद्धता को परखने की एक इकाई है जो इस तरह से है, यदि गहने, सिक्के या अन्य आभूषण 24 कैरट का होता है इसका मतलब की इसमें सोने की मात्रा 99.9 प्रतिसद है. वही अगर 18 कैरट का होता है तो इसमें सोने की मात्रा 75 प्रतिसद, 14 कैरट वाले में 58.5 प्रतिसद, 10 कैरट वाले आभूषण में 41.7 प्रतिसद शुद्ध सोना होता है. बाकि के भाग में अकसर चांदी, तांबे, निक्कल और लोहे का इस्तमाल किया जाता है. इसी लिए 14 कैरट से कम वाले आभूषण को कमजोर माना जाता है.
सोना एक मात्र धातु की एसी चीज है जिसका रंग पिला होता है. कुछ और धातुओ का रंग भी पीले रंग से मिलता जुलता हो सकता है लेकिन यह तभी मुमकिन है जब इन धातुओ की प्रतिक्रिया किसी दुसरे रसायन से कराइ जाए.
अब आपको पता चल गया होगा की सोने में वायु मंडल में मोजूद ओक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया नहीं होती और नाही लोहे की तरह सोने की सतह पर परत बनती है. इसी लिए सोने पर जंग नहीं लगती है.
दोस्तों, उम्मीद है आपको सोने में जंग क्यूँ नहीं लगता? – Why gold does not rust in Hindi आर्टिकल पसंद आया होगा, यदि इस आर्टिकल से रिलेटेड आपके मनमे कोई सवाल या सुजाव हो तो हमको कमेंट में जरुर बता सकते हो.
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