10 Amazing Facts about Giant Ground Sloth in Hindi – जायंट ग्राउंड स्लोथ के बारे में 10 रोचक और मजेदार तथ्य
दोस्तों लाखो साल पहेले इस धरती पर कई तरह के जिव-जानवर और पक्षी रहा करते थे. उस वक्त इस धरती पर इन्सानों का नामो-निशान नहीं था. हमारी पृथ्वी कई तरह के विशाल और खतरनाक जानवरों से भरी पड़ी थी. हम डायनासोर की बात बिलकुल नहीं कर रहे है, बेशक डायनासोर बहोत ही खतरनाक जिव थे लेकिन हम बात कर रहे है Prehistoric काल के जानवरों की. तो चलिए जानते है इन प्रागतिहासिक काल के ही एक विशाल जिव Giant Ground Sloth in Hindi के बारे में कुछ रोचक और मजेदार तथ्य.
दोस्तों, आज के दौर पर पाए जाने वाले स्लोथ को हम सभी ने जरुर देखा होगा, आज पूरी दुनिया में स्लोथ की करीब 6 जीवित प्रजातिया मोजूद है जो एक डाल से दूसरी डाल पर कूदने में माहिर होते है. इन स्लोथ को बहोत ही आलसु प्राणी कहा जाता है. आज यह जानवर दक्षिण और मध्य अमेरिका के जंगलो में पाया जाता है.
आज के स्लोथ छोटे और मध्यम आकार का स्तनधारी प्राणी है जो हमेशा पेड़ की डाल से लटके रहेते है लेकिन आधुनिक स्लोथ के पूर्वजो हाथी के कद के हुआ करते थे जो लाखो साल पहेले इस दुनिया से विलुप्त हो चुके है. तो चलिए आधुनिक स्लोथ के विशालकाय पूर्वजो के बारे में जानते है इस आर्टिकल के माध्यम से.
Facts about Giant Ground Sloth in Hindi – जायंट ग्राउंड स्लोथ के बारे में 10 रोचक और मजेदार तथ्य
1. अतिथ में स्लोथ के पूर्वजो को मेगाथेरियम कहा जाता था जिसका अर्थ होता है एक विशालकाय जानवर. यह आज से करीब 10 लाख से 60 लाख साल पहेले इस धरती पर पाए जाते थे.
2. मेगाथेरियम करीब 20 फीट ऊँचे और 3 टन वजन के हुआ करते थे.
3. स्लोथ के पूर्वजो के बारे में पहेली बार तब पता चला जब सन 1788 में अर्जेंटीना की लुजान नदी पर इसके विशालकाय अवशेष सामने आया था.
4. इसके बाद सन 1796 में फ्रेंच के जिव वैज्ञानिक जॉर्जेस क्युवियर ने स्लोथ के अवशेष का परिक्षण करके उसको नाम दिया मेगाथेरियम जिसका मतलब होता है एक विशाल जानवर.
5. मेगाथेरियम एक बहोत ही विशाल कद का जानवर था पर यह पूरी तरह से शाकाहारी था.
6. मेगाथेरियम के पंजे लगभग 1 फीट जितने बड़े होते थे जो बेहद ही नुकीले होते थे. अपने पंजो का इस्तमाल वो पेड़ की ऊँची डालो को अपनी और खींचने के लिए किया करता था. कभी कभी वो अपने पंजो की मदद से पूरा पेड़ ही जड़ से उखाड़ फेंकते थे.
7. मेगाथेरियम का की सबसे छोटी और सबसे पुरानी प्रजाति Pliocene है जो एक गेंडे के आकार का था. यह प्रजाति के स्लोथ बोलीविया से पेरू के जंगल तक घूमता था. जैसे जैसे समय बीतता गया वैसे वैसे मेगाथेरियम की प्रजातिया बड़ी होती गई और अफ्रीकन हाथी कद तक पहोच गया.
8. मेगाथेरियम दक्षिण अमेरिका के घास के मैदान और जंगल में पाए जाते थे. वह ज्यादातर पेड़ के आसपास ही अपना समय गुजारते थे.
9. Giant Ground Sloth in Hindi ज्यादातर समूह में ही रहेना पसंद करते थे लेकिन जब भी वो गुफा में जाते थे तब अकेले रहेना पसंद करते थे.
10. हिमयुग शुरू हो जाने के बाद खाने की कमी और इन्सानों द्वारा बड़े पैमाने पर शिकार की वजह से स्लोथ के पूर्वज जायंट ग्राउंड स्लोथ मेगाथेरियम की प्रजातिया पूरी तरह से नस्ट हो गई.
दोस्तों, उम्मीद है आपको Megatherium in Hindi के बारे में रोचक तथ्य – Facts about Giant Ground Sloth in Hindi आर्टिकल अच्छा लगा होगा. कृपया इस जानकारी को अपने दोस्तों के साथ शेयर जरुर करे.
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