दोस्तों आज हम सभी हमारे रोजिंदा जीवन में इतने व्यस्त हो गए है की दुसरो के बारे में सोचने की फुरसद ही नहीं है किसी के पास. दुसरो की तो छोड़े लेकिन जो हमारे जीवन के लिए बेहद जरुरी है उनके बारे में भी आज हम इन्सान परवा नहीं कर रहे है. जी हाँ, में बात कर रहा हु पेड़ पौधे के बारे में, इंधन के बारे में, ग्लोबल वोर्मींग के बारे में, पानी के बारे में, पशु-पक्षिओ के बारे में. इन्सानों ने यह क्या किया? भयंकर प्राकृतिक आपदाए इन्सानों द्वारा.
यह सभी एसी चीजे है जो हमारी जिन्गदी के लिए बेहद जरुरी है. यह बात तो हम सभी को पता है की इन्सान को जीने के लिए तिन चीजो की सबसे ज्यादा जरुरत होती है वो है रोटी, कपडा और मकान. एसे में अगर हम बेफाम होकर सिर्फ और सिर्फ विकास के पीछे ही पड़ेगे और कुदरत द्वारा दी गई चीजो का ध्यान नहीं रखेंगे तो पूरी मानव जाती खतरे में आ सकती है.
हम इन्सनोने पिछले कुछ सालो में बेफाम तरीके से जंगल का विनाश किया है, एसे में सोचो की क्या होगा अगर पृथ्वी पर के सारे पेड़ काट दिए जाए तो? क्या होगा अगर मीठे पानी का स्त्रोत खत्म हो जाए? क्या होगा अगर पृथ्वी पर का सारा इंधन खत्म हो जाए? चलिए जानते है इस आर्टिकल के माध्यम से.
इंधन क्या है?
इंधन किसी भी एसे पदार्थ को कहा जाता है जो हमको किसी भी प्रकार से ऊर्जा प्रदान करे और उस ऊर्जा से हम अपने जीवन को सरल बना सके यानि की रोजिंदा जीवन में इसका इस्तमाल कर सके. दूसरी भाषा में कहे तो इंधन वो पदार्थ है जो ओक्सीजन के साथ सयोंग करके हमको उष्मा प्रदान कर सके.
इंधन के कितने प्रकार है?
इंधन के मुख्य तिन प्रकार है.
1. ठोस इंधन:-
इस तरह के इंधन में लकड़ी, कोयला, जैसे पदार्थ का समवेस होता है.
2. द्रव इंधन:-
इस तरह के इंधन में पेट्रोलियम यानि की डीजल, केरोसिन, पेट्रोल आदि.
3. गैस इंधन:-
इसमें हाइड्रोजन गैस, एलपीजी गैस आदि.
क्या होगा अगर पृथ्वी पर से सारा इंधन खत्म हो जाए?
आज इंधन हमारे जीवन का एक अहम् भाग यानि की हिस्सा बन चूका है, बिना इंधन के जीवन की कल्पना आज के समय में तो नामुमकिन ही है. आज हम बेफाम होकर इन कुदरती स्त्रोत का इस्तमाल कर रहे है और भविष्य की पेढ़ी के बारे में सोच नहीं रहे है, एसे में जरा सोचिए की क्या होगा अगर पृथ्वी पर से एक-एक करके सारा इंधन खत्म हो जाए?
सबसे पहेले बात करते है कोयले की. हम को पता है की कोयला हमको पेड़ से मिलता है लेकिन जिस तरह से हम जंगल काट रहे है इस तरह से अगर सोचो की सारे पेड़ खत्म हो जाए तो हमको कोयला भी नहीं मिलेगा. हालाकी कई जगह पर कोयले की खान भी मोजूद है पर वो बहोत ज्यादा देर तक नहीं चल पाएगा.
अब कोयला खत्म हो गया है इसका असर हमारे जीवन में शुरू हो जाएगा. ज्यादातर ट्रांसपोर्टेशन वाली ट्रेन कोयले से चलती है इसी वजह है माल-समान में खरीदने में बहोत ही दिक्कत होगी, विद्युत ऊर्जा उत्पन्न करने में भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा. खैर फिर भी कोयले का इस्तमाल करना वैसे भी हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक ही है इसी लिए जितना हो सके इसका कम उपयोग हो रहा है.
लेकिन ऊर्जा के दुसरे स्त्रोत हमारे लिए बेहद ही जरुरी है. अगर पृथ्वी पर से द्रव इंधन खत्म हो जाता है तो सारी दुनिया की अर्थव्यवस्था टूट जाएगी. आजके ज़माने में ज्यादातर ट्रांसपोर्टेशन का व्यापार ट्रक की मदद से ही हो रहा है एसे में अगर डीजल ही खत्म हो जाएगा तो हम तक किसी भी तरह की साधन सामग्री नहीं पहोच पाएगी.
अगर पृथ्वी के गर्भ में ही कोई भी तरह के कच्चा तेल ही नहीं बचेगा तो सभी तारा के इंधन के स्त्रोत खत्म हो जाएगे. एसे में हम सभी को पुनः पहेले के काल में वापिस जाना होगा जहा पर सभी लोग जानवर का इस्तमाल किया करते थे और खाने के लिए खेती किया करते थे. क्यूंकि यह हमारे लिए संभव नहीं होगा क्यूंकि हम तो फ़ास्ट कार में घुमने के आदि हो चुके है.
अगर बात करे की एलपीजी गैस की तो हम आज चटपटे खाने के ईतने शोखीन हो गए है लेकिन क्या बिना गैस और कोयले के हम यह सब खा पाएगे? कभी नहीं. उस वक्त हमारे पास जीवन जीने के लिए सिर्फ एक स्त्रोत बचेगा और वो है खेती, उन खेत से जोभी अनाज या सब्जी निकलेगी वो भी हमको कच्ची खानी पड़ेगी क्यूंकि हमारे पास इसको जलाने के लिए इंधन ही नहीं है.
कोई बोलेगा इंधन खत्म हो जाए तब भी हम इलेक्ट्रोनिक सगड़ी या सोलर की मदद से खाना पका सकते है. लेकिन इसकी हेरा फेरी करने के लिए भी हमको ट्रांसपोर्टेशन की जरुरत होगी जो बिना पेट्रोल, डीजल के संभव नहीं है. इसी वजह से हमारे पास सिर्फ एक ही रास्ता होगा को जो कुछ मिले इससे काम चलाओ और जिंदगी का गुजरा करो.
कोई भी इन्सान इस तरह की जिंदगी नहीं चाहता होगा right?, इसि वजह से हमको आज से ही जागृत होना पड़ेगा तभी हमारा आने वाला कल अच्छा होगा क्यूंकि Future की शुरुआत Present से ही होती है. आज हमारे जीवन के लिए जरुर इंधन के स्त्रोत धीरे-धीरे करके खत्म होते जा रहे है, कई सारे वैज्ञानिको ने यह बात भी कहेदी है की सन 2050 तक पृथ्वी पर से पेट्रोल और डीजल के स्त्रोत खत्म हो जाएगा.
यह तो सिर्फ एक अंदाजा है लेकिन यदि हम इसी तरह इंधन का इस्तमाल करते रहे तो जरुर एक दिन पृथ्वी पर से सारा इंधन खत्म हो जाएगा. हर-दिन जन संख्या में बढोती होती ही जा रही है इसकी वजह से इंधन का इस्तमाल भी बढ़ रहा है. इसका एक मात्र उपाय यही है की हमको इंधन के स्त्रोत का उपयोग बेहद ही सावधानी से करना चाहिए. जहा हो सके सौरऊर्जा या इलेक्ट्रॉनिक साधनों का इस्तमाल करना चाहिए.
दोस्तों, अगर आपको क्या होगा अगर पृथ्वी पर का सारा इंधन खत्म हो जाए? | What happens if all the fuel is finished in the world? आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इसको सभी दोस्तों के साथ share जरुर करना.
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